जी लो हर लम्हा, बीत जाने से पहले,
लौट कर यादें आती है, वक़्त नहीं……!!
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वक़्त ने गुज़रते हुए तजुर्बों के कानों में हौले से कहा,
ये ख़्वाहिशें ही हैं, जो झुर्रियों में तबदील हो गईं…!!
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वक़्त ने गुज़रते हुए तजुर्बों के कानों में हौले से कहा,
ये ख़्वाहिशें ही हैं, जो झुर्रियों में तबदील हो गईं…!!
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चाकू खंजर तीर और तलवार लड़ रहे थे कि,
कौन ज्यादा गहरा घाव देता है,
शब्द पीछे बैठे मुस्कुरा रहे थे…!!
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हमने भी मुवावजे की अर्जी डाल दी है साहिब,
उनकी यादो की बारिश ने भी खूब तबाही मचाई है…!!http://www.whatsappshayari.com
