किस के लिए जन्नत बनाई तूने ए खुदा,
कौन है इस जहाँ में जो गुनाहगार नहीं…!!
—————————————————
ये मत सोचना की हम जुदा हो गए तेरी याद से,
बस तेरी ख़ुशी की खातिर तुझसे बात करना छोड़ दिया…!!
—————————————————
मिन्नत किसी रोज मौत, दस्तक दे मेरे दरवाजे पे,
अरसा हुआ दर्द के सिवा, किसी और मिले हुए…!!
—————————————————
हर दिन बस दिल को ये कहते है,
अब नहीं करेंगे बाते उनसे,
और दिल हर बार कहता है,
आज कर ले फिर कल से नहीं करेंगे…!!
—————————————————
कोशिश न कर, खुश सभी को रखने की,
कुछ लोगो की नाराजगी भी जरूरी है,
चर्चा में बने रहने के लिए…!!http://www.whatsappshayari.com
