सब सो गए अपना दर्द अपनो को सुना के,
मेरा भी कोई अपना होता तो मुझे भी नीद आ जाती…!!
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सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में,
जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी…!!
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मेरी SMILE का PASSWORD हो तुम,
दोबारा मत पूछना मेरी कोन हो तुम !!
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कुछ इस तरह वो मेरी बातों का ज़िक्र किया करती है,
सुना है वो आज भी मेरी फिक्र किया करती है…!!
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दिल मे छूपा रखी है मुहब्बत_काले धन की तरह,
खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये…!!http://www.whatsappshayari.com
